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- भिवंडी [ अमन न्यूज नेटवर्क ] भिवंडी तालुका स्थित नांदिठणे गांव से मुंबई बडोदरा मार्ग में पड़ने वाली भूमि के मालिकों को सरकारी मुआवजा मिल रहा है. गांव के 9 किसानों को शासन की तरफ से 11 करोड़ 66 लाख 64 हजार रूपये मुआवजा आया जिसे फर्जी दस्तावेज़ व आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज़ के आधार पर कुछ लोगों ने मुआवजा की रकम हड़प ली थी. मामला संज्ञान में आते ही 1 सप्ताह पूर्व ही शासन व किसान के साथ धोखाधड़ी करने के प्रकरण में शांतिनगर पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था और प्रकरण की जांच शुरू थी. विस्तृत तहकीकात के बाद पुलिस द्वारा अभी तक कुल 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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- मिली जानकारी के अनुसार,प्रकरण की जांच वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शीतल राउत के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक निलेश बडाख ने करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनसे पूछताछ करने पर फर्जी किसान, फर्जी आधार कार्ड, पेनकार्ड बनाने वाले डीटीपी ऑपरेटर सहित 10 लोग और शामिल होने का खुलासा हुआ था. असली किसान की जगह पर फर्जी किसान बने भिवंडी भैय्यासाहेब आंबेडकर नगर धामणकर नाका निवासी अनिता रघुनाथ गायकवाड,सुनीता उर्फ सोनाली रंजित कांबले, वैशाली अनिल गायकवाड ,लक्ष्मी महादेव बनसोडे सहित रोहिनी शिवाजी भोर निवासी शहापूर ,प्रमोद काशिनाथ भालेराव उर्फ के के उर्फ कन्हैया निवासी किरवलीगाव कर्जत, संतोष सालुंखे, मंगेश सालुंखे,चंद्रकांत सुर्वे सभी निवासी बदलापुर, व डीटीपी ऑपरेटर संतोष शिंदे निवासी टेमघर कुल 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.फर्जीवाड़ा प्रकरण में पहले से ही कृष्णमिलन शुक्ला,गुरुनाथ जाधव,दिनेश पुरोहित,मनीषा पगार,प्रवीण चौधरी की गिरफ्तारी हुई है.पुलिस ने सभी आरोपियों को भिवंडी कोर्ट हाजिर किया जिन्हें कोर्ट ने 10 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पुलिस द्वारा पहले से ही गिरफ्तार किए गए 5 मुख्य आरोपियों के बैंक खाते सील करने की कार्रवाई की जा रही है उक्त जानकारी पुलिस निरीक्षक निलेश बडाख ने दी है। सूत्रों की माने तो प्रकरण में कई शासकीय कर्मचारी व अधिकारी शामिल है जिन पर जल्द कार्रवाई होने की संभावना है