मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] जेईई मेन्स, 2022 के पहले सत्र में शानदार परिणाम के साथ, परीक्षा तैयारी सेवाओं में देश में अग्रणी आकाश बायजूज़ के 2,157 छात्रों ने 95 या उससे अधिक पर्सेंटाइल का उत्कृष्ट स्कोर हासिल किया है। आठ छात्र उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए 99 या उससे भी बेहतर पर्सेंटाइल प्राप्त कर स्टेट टॉपर बने हैं और संस्थान तथा अपने राज्य को गौरवान्वित किया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सोमवार को नतीजे घोषित किए। यह इस साल आयोजित होने वाली इंजीनियरिंग की दो संयुक्त प्रवेश परीक्षाओं में से पहली थी जिसके लिए देश भर से लगभग 9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था। स्टेट टॉपर तेलंगाना के धीरज कुरुकुंडा, पंजाब के मृणाल गर्ग, दिल्ली के हेमांशु गर्ग, पश्चिम बंगाल के आशुतोष अग्रवाल, उत्तराखंड के गौतम अरोड़ा, हिमाचल प्रदेश के चेतन कुकरेजा, महाराष्ट्र के जाह्नबी रॉय और उत्तर प्रदेश के उत्कर्ष लोहिया हैं।
छात्र हेमांशु, गौतम, चेतन और उत्कर्ष लोहिया ने आईआईटी जेईई की तैयारी के लिए आकाश बायजूज़ के दो साल के क्लासरूम प्रोग्राम में दाखिला लिया था जबकि धीरज, मृणाल, आशुतोष अग्रवाल और जाह्नबी डीएलपी/ डिजिटल लर्निंग के छात्र हैं।
आकाश बायजूज़ के 51 छात्रों ने फिजिक्स में, 14छात्रों ने केमिस्ट्री में और 6 छात्रों ने मैथ्स में 100 पर्सेंटाइल हासिल किया है।
जेईई को दुनिया की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा माना जाता है। छात्रों ने जेईई में टॉप पर्सेंटाइल की सूची में उनके प्रवेश का श्रेय कॉन्सेप्ट को समझने के उनके प्रयासों और उनके अध्ययन के शिड्यूल का सख्ती से पालन करने को दिया। उन्होंने कहा, “हम आभारी हैं कि आकाश बायजूज़ ने दोनों में हमारी मदद की। संस्थान का कंटेंट और कोचिंग नहीं मिला होता तो हम इतने कम समय में अलग-अलग विषयों में अधिक कॉन्सेप्ट नहीं समझ पाते।”
आकाश बायजूज़के प्रबंध निदेशक श्री आकाश चौधरी ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा, “हम सभी स्टेट टॉपर्स और अनुकरणीय पर्सेंटाइल हासिल करने वाले छात्रों को बधाई देते हैं। उनकी उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ-साथ उनके माता-पिता और आकाश बायजूज़ के उनके शिक्षकों की कहानी बयां करती है। हम भविष्य में उनके प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि महामारी से प्रभावित शैक्षणिक वर्षों के दौरान, आकाश बायजूज़ ने जेईई में छात्रों को टॉप पर्सेंटाइल स्कोरर बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किया। “अपने छात्रों के लिए हमेशा उपलब्ध रहने के लिए हमने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई। हमने अध्ययन सामग्री और क्वेश्चन बैंक ऑनलाइन उपलब्ध कराया। हमने परीक्षा की तैयारी और समय के मैनेजमेंट कौशल पर कई वर्चुअल प्रेरक सत्र और सेमिनार आयोजित किए। यह देखकर खुशी हो रही है कि हमारे प्रयास रंग ला रहे हैं, जैसा कि हमारे छात्रों की स्कोर शीट से स्पष्ट है, जिनमें कई अपने पसंद के क्षेत्र में उच्च अध्ययन के लिए शीर्ष IIT या NIT या केंद्र सरकार के इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाने की राह पर हैं।”
जेईई (मेन) दो सत्रों में आयोजित किया जाता है ताकि छात्रों को अपने स्कोर में सुधार करने के लिए अवसर मिल सके। जेईई एडवांस केवल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश के लिए है जबकिजेईई मेन भारत के कई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) और केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए है। जेईई एडवांस की परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को जेईई मेन की परीक्षा देनी जरूरी है।