ठाणे [ अमन न्यूज नेटवर्क ] मुंबई के 26 / 11 आतंकी हमले में शहीद पुलिस व सेना के जवानों व नागरिकों को याद करते हुए जय परशुराम सेना संस्थापक व भाजपा राष्ट्रीय परिषद के पूर्व सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने श्रद्धांजलि दी है। साथ ही शहीद जवानों व मारे गए निर्दोष नागरिकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त किया है।
26 / 11/ 2008 के मुंबई आतंकी हमले में 164 लोग मारे गए थे जबकि 308 लोग घायल हुए थे। इस आतंकी हमले को रोकने के लिए तत्काल हरकत में आये पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे , अशोक कामटे , विजय सालसकर , एनएसजी कमांडो संदीप उन्नीकृष्णन समेत एक दर्जन से अधिक पुलिस व सेना के जवान शहीद हुए थे। मुंबई के ताज महल होटल ,सीएसटीएम रेलवे स्टेशन , कामा अस्पताल सहित कई स्थानों में आतंकियों ने अधाधुंध फायरिंग कर लाशों का ढेर लगा दिया था। इस घटना से पूरी मुंबई दहल गयी थी। पुलिस को आतंकी हमले जानकारी मिलते ही उनको रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों ने पीछा करते हुए शहादत दी। सभी आतंकी पुलिस और सेना के जवानों की कार्रवाई में मारे गए। तुकाराम ओबले नामक एक पुलिस कांस्टेबल के साहस के चलते एक मात्र आतंकी अजमल कसाब को पुलिस ने जिन्दा गिरफ्तार किया जिसे बाद में फांसी दी गयी।
मुंबई के इस आतंकी हमले में शहीद पुलिस व सेना के जवानों और नागरिकों को श्रधांजलि देने के लिए शर्मा ने वाडा के स्वामी विवेकानंद कालेज में शहीद स्मारक बनाया। जिसका लोकार्पण उक्त घटना के न सिर्फ चश्मदीद गवाह बल्कि अपने जान की बाजी लगाकर नागरिकों को बचाने के लिए ताज होटल में घुसे आयपीएस अधिकारी विश्वास नागरे पाटील के हाथो किया गया। इस समय वह एकीकृत ठाणे ग्रामीण व पालघर के पुलिस अधीक्षक थे। कालेज में शहीद स्मारक बनाने के बारे में शर्मा ने कहा था कि सुरक्षा की दृष्टि और विद्यार्थियों को प्रेरणा मिलती रहे यही उदेश्य था।आज सैकड़ों विद्यार्थियों को उक्त घटना में शहीद जवानों से प्रेरणा मिल रही है।