मुंबई [ अमन न्यूज नेटवर्क ] झोपड़पट्टी पुनर्वास प्राधिकरण योजना के तहत चाली के प्रथम तल पर रहने वाले झोपड़ाधारक को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट देने का निर्णय सरकार ने लिया है, उसी आधार पर मुंबई की सेस बिल्डिंग में रहनेवालों को भी उनके वास्तविक एरिया का दोगुना फ्लैट दिए जाने की मांग समाजवादी पार्टी के विधायक रईस शेख ने की मांग प्रदेश के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र के द्वारा की है।
मुंबई मनपा के पूर्व नगरसेवक रईस शेख़ ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दिनांक 10 जून, 2023 को सौंपे गए पत्र में झोपड़पट्टी पुनर्वास प्राधिकरण योजना के तहत चाली की पहली मंजिल पर रहने वाले चालीधारकों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र करने और उन्हें फ्लैट देने के निर्णय को सही ठहराते हुए सेस इमारतों पर भी इसे लागू करने की मांग की है।
‘स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी पूरे ग्रेटर मुंबई में झोपड़पट्टीवासियों के पुनर्वास के लिए “प्लानिंग अथॉरिटी” के रूप में काम कर रही है और स्लम के ग्राउंड फ्लोर को इस योजना का लाभ मिल रहा था। लेकिन वर्तमान में ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर दो मकान दिए जाने का फैसला सरकार ने लिया है। सरकार के माध्यम से इस संबंध में एक सर्कुलर जारी करने की प्रक्रिया अभी चल रही है। मुंबई शहर में वर्तमान समय में यह देखा गया है कि चालीयों में पहली मंजिलों की संख्या बहुत अधिक है। यह फैसला काफी अहम है और इस फैसले से मुंबई की झोपड़पट्टीवासियों को बहुत राहत मिलेगी। समाजवादी पार्टी इस संबंध में पहले भी मांग कर चुकी है, और अब सरकार के इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं’ ऐसे विधायक शेख ने कहा।
मुंबई शहर में भी बहुत सी पुरानी इमारतें मौजूद हैं और उन्हें सेस बिल्डिंग के नाम से जाना जाता है। उक्त पुराने मकानों का डीसीआर 33(7)/33(9) के तहत पुनर्वास किया जा रहा है तथा मुख्य रूप से उन्हें एक मकान उपलब्ध कराया जा रहा है। सेस बिल्डिंग में रहनेवाले ये पुराने मुंबईकर हैं और वर्षों से टैक्स भी चुका रहे हैं। ये इमारतें मुख्य रूप से ई वार्ड, बी वार्ड, सी वार्ड, डी वार्ड, जी साउथ यानी भायखला, मुंबादेवी, दादर, परेल, वर्ली आदि इलाकों में हैं। इस क्षेत्र में इनकी संख्या बहुत अधिक है।
रईस शेख़ ने कहा कि उस हिसाब से इन्हें भी दो घर दिए जाएं या फिर इनके घर के एरिया का दोगुना फ्लैट इन्हें भी दिया जाए। क्योंकि ये तो सरकार को लगातार टैक्स भी भर रहे हैं। घर छोटे और पुराने हैं और अब इनके परिवार भी बढ़ गए हैं।