ठाणे [ युनिस खान ] राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश जारी है ऐसे में जिले के सभी सरकारी विभाग पूरी तरह से अलर्ट रहें हैं। धोखादायक इमारतों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित जगह में स्थानांतरित करने का निर्देश दिए गए हैं। ठाणे जिले के पालकमंत्री और राज्य के उत्पाद शुल्क मंत्री शम्भुराज देसाई ने यह जानकारी दी है।
जिले में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति और इसके खिलाफ किए जाने वाले उपायों पर एक समीक्षा बैठक पालक मंत्री देसाई ने की है। बैठक में विधायक किसन कथोरे, गीता जैन, मंदा म्हात्रे, निरंजन डावखरे, प्रमोद (राजू) पाटिल, संजय केलकर, जिलाधिकारी अशोक शिनगारे, ठाणे शहर के पुलिस आयुक्त जय जीत सिंह, ठाणे मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर, नवी मुंबई मनपा आयुक्त राजेश नार्वेकर, कल्याण डोंबिवली मनपा आयुक्त डा भाऊसाहेब डांगडे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज जिंदल, पुलिस अधीक्षक विक्रम देशमाने, संयुक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय कराले, उल्हासनगर मनपा आयुक्त अजीज शेख और मीरा-भाइंदर मनपा आयुक्त दिलीप ढोले, अपर जिलाधिकारी मनीषा जयभाये, निवासी उप जिलाधिकारी और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदाम परदेशी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा रूपाली सातपुते, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अनीता जवंजाल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआर) आरएफ के अधिकारी और साथ ही आरएफ विभाग के प्रमुख ,राजस्व, पुलिस, महावितरण, नागरिक सुरक्षा बल सहित विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पालकमंत्री शंभुराज देसाई ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी आपदा की स्थिति में वे तुरंत लोगों तक मदद पहुंचने की योजना बनाएं। जिले में खतरनाक इमारतों की समीक्षा कर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं। करीब 1100 लोगों का पुनर्वास किया गया था जिसमें करीब 700 लोग पुनः अपने घरों में आ गए हैं। 300 परिवार अभी रेंटल में रह रहे हैं। धोखादायक स्थानों में रहने वाले नागरिकों को स्नानान्त्रित करने का प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। महामारी जैसी बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी सावधानी बरते। इस बात का ध्यान रखा जाए कि जो आश्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं वे अच्छी स्थिति में हों और वहां बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि आपदा की स्थिति में नागरिक सुरक्षित रह सकें। पुलिस विभाग को अधिक से अधिक गश्त करनी चाहिए। उन्होंने पुलिस विभागों को रात्रि गश्त बढ़ाने तथा विद्युत संबंधी समस्याओं पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उन्होंने आपदा प्रबंधन के संदर्भ में जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए आगे कहा कि जिलाधिकारी अशोक शिनगारे के मार्गदर्शन में सभी विभाग आपस में आवश्यक संतुलन और समन्वय बनाए रखें। आपदा प्रबंधन के संबंध में यदि किसी चीज की आवश्यकता हो तो तत्काल सरकार से मांग की जाय।