ठाणे [ युनिस खान ] राजस्थान और महाराष्ट्र के संबंधों मजबूत करने के लिए जय परशुराम सेना फाउंडेशन से शूरवीर महाराणा प्रताप और शूरवीर छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने की कई संस्थाओं ने मांग की है। इस आशय की जानकारी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने दी है। “राजस्थान दिवस” के अवसर पर राजस्थानी समाज की संस्थाओं और विविध क्षेत्रों के गणमान्य लोगों ने शर्मा के समक्ष राजस्थान और महाराष्ट्र के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का प्रस्ताव रखा है।
राजस्थानी समाज देश के अनेक राज्यों में अपने कार्यों और सेवाओं के चलते अपनी विशिष्ट पहचान बनाया है। व्यावसायिक प्रतिष्ठान के आलावा अस्पताल , कालेज , धर्मशाला , मंदिर , समाज हाल आदि बनाया है। महाराष्ट्र और राजस्थान के संबंधों और मिली जुली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दोनों शूरवीरों का स्मारक बनाने की मांग की गयी है जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती रहे। राजस्थानी समाज ने अपनी मेहनत और लगन से यहां के उद्योग ,व्यापार , शिक्षा, समाजसेवा जैसे विविध क्षेत्रों के विकास में अपनी सेवा देते हुए अग्रणी स्थान बनाया है।
राजस्थानी समाज ने सभी क्षेत्र व वर्ग के लोगों के सहयोग से महाराष्ट्र की कर्मभूमि पर शूरवीर महाराणा प्रताप और शूरवीर छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बनाने की मांग उठाई है। शर्मा ने बताया कि हमारी स्मारक समिति द्वारा पहले भी कई स्मारक बनाए गए हैं जिसमें 26/11 मुंबई आतंकी हमले के शहीदों का पहला स्मारक और पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटलबिहारी वाजपेयी का पहला स्मारक वाडा के स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय में बनाया गया है। यह स्मारक देश के उच्च श्रेणी में आता है जिसकी विविध क्षेत्र के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सराहना की गई है।
राजस्थानी समाज की कई संस्थाओं ने ठाणे और पालघर जिले में शूरवीर महाराणा प्रताप एवं शूरवीर छत्रपति शिवाजी महाराज का स्मारक बने ऐसा प्रस्ताव जय परशुराम सेना फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के समक्ष रखा है। राजस्थान के सभी जिले और 36 कोमों की बड़ी संख्या महाराष्ट्र के ठाणे व पालघर जिले में रहती है।राजस्थान और महाराष्ट्र की मिली जुली संस्कृति का आदर करते हुए शर्मा ने आश्वासन दिया है कि इस महान कार्य को पूरा करने के लिए प्रयास किया जायेगा। राजस्थान के रहन सहन , खान पान , भेषभूषा , कला, संस्कृति को ध्यान रखते हुए हुए अपनी माटी की पहचान को कायम रखने के लिए हमारी संस्था प्रयास करती रहेगी।