ठाणे [ युनिस खान ] कोरोना काल में सेवा करते कोविड 19 से संक्रमित होने से मृत जिला परिषद् के ग्राम विकास अधिकारी के परिजनों को 50 लाख रूपये की बीमा राशि मंजूर हुई। आज जिला परिषद के अध्यक्षा सुषमा लोणे व मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. रुपाली सातपुते के हाथो दिवंगत ग्राम विकास अधिकारी श्रीराम रामचंद्र गवारे की पत्नी को बीमा की प्रतीकात्मक चेक सुपुर्द किया है।
कोरोना काल में अपनी ड्यूटी निभाते जिला परिषद् के हाजी मलंग ग्रामपंचायत के ग्रामविकास अधिकारी गवारे की कोरोना संक्रमित होने से मृत्यु हो गयी थी। 30 सितम्बर तक मरने वाले राज्य के जिला परिषद के कर्मचारियों के परिजनों को प्रत्येक को 50 लाख रुपये की बीमा सुरक्षा देने का निर्णय ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रिफ ने निर्णय लिया था। बीमा सुरक्षा मुहैया कराने के इ शासन के ग्राम विकास विभाग के निर्णय के बाद राज्य शासन के राष्ट्रीय स्वराज्य अभियान राज्य प्रकल्प संचालक को प्राधिकृत किया गया गया है। उसके माध्यम से सुरक्षा बीमा राशि जिला परिषद को मिली। आज जिला परिषद की अध्यक्षा लोणे व सीईओ डा. सातपुते के हाथों गवारे की पत्नी को बीमा राशि का प्रतीकात्मक चेक प्रदान दिया गया। जिप के मुख्य लेखा व वित्त अधिकारी सुभाष भोर ने तेज गति से प्रक्रिया पूरा कर मृत गवारे की पत्नी के बैंक खाते में बीमा राशि जमा करा दिया है। इसकी जानकारी जिप के उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रकांत पवार ने दी है। जिला परिषद् के माध्यम से कोविड 19 के फैलाव को रोकने के लिए आरोग्य विभाग के कर्मचारियों के साथ ग्रामपंचायत कर्मचारी , आँगनवाडी सेविका ,आशा कार्यकर्ता आदि कोरोना की लड़ाई में लगे थे। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए शासन के आदेश के अनुसार सभी उपाय योजना की जा रही है। मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी मुहीम को सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रत्येक नागरिक के आरोग्य का सर्वेक्षण करने में जिला परिषद् को अच्छी सफलता मिल रही है।