भिवंडी [ एम हुसैन ] दो महीने से लापता मां सहित तीन बच्चों की मृतदेह जंगल के एक पेड में
सडी अवस्था मे लटकटी मिली है। इस घटना से भिवंडी तालुका के पडघा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गयी है। उबंरखांड पाच्छापूर के जंगल में लाश मिलने की घटना को लेकर आत्महत्या व हत्या को लेकर संदेह बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि दो महीने से गुम होने के बाद गुरुवार को यह घटना प्रकाश में आई है ,इस घटना के कारण परिसर में भय का वातावरण व्याप्त है। पत्नी व तीनों बच्चों का मृतदेह देेेेखकर पिता ने भी विष का सेवन करके आत्महत्या करने का प्रयत्न किया है ,जिसकी हालत चिंताजनक है। जिसे मुंबई के जे जे अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उपचार शुरु है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही शहापूर तालुका के खर्डी के समीप के जंगल में इसी प्रकार तीन मृतदेह मिली थी ,परंतु पुलिस जांच के बाद तीनों को तंत्रमंत्र विद्या की प्रशिक्षण व अमर होने के लिए आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। अब इसी प्रकार से पेड में सडी व लटकी अवस्था में यह चारों मां – व बच्चों का मृतदेह मिला है ,इस प्रकरण में पडघा पुलिस विस्तृत जांच कर रही है।
पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मृत बच्चों के श्रीपत बच्चू बांगारे ने आत्महत्या करने का प्रयत्न किया है। इसकी मृत पत्नी रंजना ( 30 वर्ष ) , मृत लडकी दर्शना (12 वर्ष ), रोहिणी (6 वर्ष ) तथा लडका रोहित (9 वर्ष) इन चारों की जंगल के पेड में लटकी अवस्था में मृतदेह मिली है।
भिवंडी तालुका के उंबरखांड गांव के श्रीपत ने 12 अक्टूबर को चारों के लापता होने की शिकायत पडघा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया था । परंतु गुरुवार को दोपहर के समय श्रीपत के भाई जंगल में लकडी लाने के लिए गया था,उसे पेड से दुर्गंध आ रही थी उसने जाकर देखा एक पेड पर सडी अवस्था में चारों मृतदेह लटकती दिखाई दिया। लाशों की कपड़े से पहचान हुई और तुरंत घटना की जानकारी भाई श्रीपतला को दी। उसके बाद पत्नी एवं तीनों बच्चों की मिलते ही श्रीपत स्वयं विष सेवन करके आत्महत्या करने का प्रयत्न कियाजिनका जेजे अस्पताल में उपचार शुरु है ।
उक्त घटना की जानकारी मिलते ही ठाणे ग्रामीण विभागीय पुलिस अधिकाऱियों सहित पडघा पुलिस स्टेशन का पथक घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुट गया। पुलिस और फॉंरेन्सिक पथक मामले की विस्तृत जांच कर सच्चाई का पर्दाफास कर ने में जुट गयी है।