ठाणे [ युनिस खान ] ठाणे शहर की बढती जनसँख्या के चलते पानी की समस्या होने लगी है। कलस्टर योजना को देखते हुए भविष्य की आवश्यकता पूरा करने के लिए मनपा के अपने जलाशय होना जरुरी है। प्रस्तावित जलाशय के लिए मनपा के आगामी बजट में 500 करोड़ रुपये का प्रावधान करने की मांग कांग्रेस नेता संजय घाडीगावकर ने किया है।
उन्होंने कहा है कि नवी मुंबई मनपा का गठन काफी बाद में होने के बावजूद खुद का जलाशय बनाकर पानी के बारे में आत्मनिर्भर बन गया है। ठाणे मनपा में साईं जलाशय का समय समय पर नाम उछालकर चुनावी लाभ लिया जाता रहा है। राज्य सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद भी उक्त योजना पर कोई कार्य नहीं हुआ। ठाणे मनपा क्षेत्र में कलवा , मुंब्रा , घोडबंदर रोड , बालकुम , वर्तकनगर आदि इलाके में तेजी से गगनचुंबी इमारतें खड़ी होती जा रही है। वर्तमान समय में शहर की जनसँख्या करीब 30 लाख पहुँच गयी है। शहर की झोपड़पट्टी पुनर्वास व धोखादायक इमारतों के लिए मंजूर कलस्टर योजना के बाद शहर की आबादी दोगुनी से अधिक होने वाली है। घाडीगावकर ने कहा है कि आज ठाणे से दो प्रभावशाली काबीना मंत्री राज्य सरकार में बैठे हैं यदि उन्होंने मुख्यमंत्री समक्ष ऐसा प्रस्ताव रखा तो शायद वह भी इससे इंकार न कर सकेंगे। करीब 30 वर्षो से मनपा की सत्ता में बैठी शिवसेना और उसके नेताओं को अब पानी के लिए मनपा के जलाशय के लिए प्रयास करते है तो इससे अच्छा मौका और नहीं होगा। कांग्रेस नेता घाडीगावकर ने कहा है कि यदि मनपा के अपने साईं जलाशय के रूप पानी योजना पर काम नहीं हुआ तो भविष्य में पानी की भारी किल्लत का सामना करना पद सकता है। उन्होंने कहा है कि शहर की हजारों घोखादायक इमारतों में रहने वाले परिवार कलस्टर योजना में अपने अधिकार के सुरक्षित घर पाने की उम्मीदें लगाये बैठे हैं। उच्च न्यायालय में मनपा द्वारा पेश असेसमेंट रिपोर्ट के अनुसार मनपा को जलाशय के निर्माण लिए 500 करोड़ रूपये का बजट में प्रावधान कर राज्य सरकार की मदद लेना चाहिए। क्लस्टर योजना से बढ़ने वाली आबादी की आवश्यकता पूरी करने के लिए जलाशय योजना पर काम नहीं किया तो कोई भी जनहित याचिका दायर होने पर कलस्टर योजना पर फिर रोक लग सकती है।