ठाणे [ युनिस खान ] गाँव के सर्वांगीण विकास में ग्रामपंचायत की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ग्रामपंचायत स्वयं पूर्ण हो गयी तो राज्य के सर्वांगीण विकास को गति मिलती है। गाँव के विकास के लिए मतभेद व मनभेद भुलाकर सामूहिक एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है। इस आशय का उद्गार राज्य के नगर विकास व जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने व्यक्त किया है।
ठाणे जिला नियोजन भवन में जिला परिषद् के ग्रामपंचायत विभाग की ओर वर्ष 2018 – 19 के स्मार्ट ग्राम पुरस्कार व वर्ष 2019 – 20के आर आर पाटील सुन्दर गाँव पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। पालकमंत्री शिंदे के हाथों 12 ग्रामपंचायतों को तहसील व जिला स्तरीय पुरस्कार सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद् अध्यक्षा सुषमा लोने , जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा भाऊसाहेब दांगडे , उपाध्यक्ष सुभाष पवार ,आरोग्य व निर्माण विभाग के सभापति कुंदन पाटील , कृषि , पशुसंवर्धन व दुग्धशाला समिति सभापति संजय निमसे ,महिला व बाल कल्याण समिति सभापति रत्नप्रभा तारमाले ,समाज कल्याण समिति सभापति नंदा उघडा , अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा रुपाली सातपुते ,प्रकल्प संचालक छायादेवी सिशोदे , उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंद्रकांत पवार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे . राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्वर्गीय आर आर पाटील [ आबा] की पुण्यतिथि निमित्त उनकी प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर अभिवादन किया। इस अवसर पर पालकमंत्री शिंदे ने आबा के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि ग्रामविकास के लिए उनके किये राज्य और देश के लिए मार्गदर्शक हैं। उनकी ग्रामविकास संकल्पना के आधार पर आज भी व् विकास का कार्य शुरू है। उन्होंने कहा कि ठाणे जिले के गाँव राज्य के लिए आदर्श निर्माण करने साबित होंगे ऐसा सबको प्रयास करने की आवश्यता है। जनप्रतिनिधि व अधिकारी आपसी समन्वय से गाँव के विकास के लिए नियोजन करें। प्रत्येक गाँव सुन्दर व सक्षम करने के लिए आगे आने आवाहन करते हुए कहा कि शासन पालकमंत्री के नाते हम मजबूती से आपके साथ खड़े हैं।