



ठाणे [ इमरान खान ] महात्मा जोतिबा फुले और क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले के सत्यशोधक समतावादी विचारों को जागृत करने के लिए सोमवार,27 नवंबर की शाम 4 बजे एक रैली निकाली जायेगी। यह जानकारी कवित्री डा प्रज्ञा दया पवार, जगदीश खैरालिया, अभय कांता ने दी है।
महात्मा जोतिबा फुले द्वारा स्थापित सत्यशोधक समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। 28 नवंबर को महात्मा जोतिबा फुले स्मृति दिवस है। इस दिन की पूर्व संध्या पर सत्यशोधक रैली निकाली जाएगी। जोतिबा फुले जीवन भर आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्तर पर सभी प्रकार के उत्पीड़ितों की समस्याओं को हल करने के लिए प्रयासरत रहे। उन्होंने जातिवाद, लिंगवाद, धार्मिक प्रथाओं और अंधविश्वासों के खिलाफ आवाज उठाई और ऐसा करते हुए हमेशा संवाद, मेल-मिलाप और सच्चाई के लिए संघर्ष किया। आज सत्यधर्म की परंपरा को कायम रखना आवश्यक है, इस विचार से प्रेरित होकर, ठाणे शहर और जिले में विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले सामाजिक संगठनों, महिलाओं और श्रमिक संगठनों की ओर से सत्यशोधक विचार संरक्षण समिति, ठाणे की स्थापना की गई है।
इस समिति की ओर से भगवती मैदान ,विष्णुनगर, नौपाड़ा से शुरू रैली गोदुताई पारुलेकर उद्यान गणेशवाड़ी मनपा मुख्यालय के सामने ख़त्म होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ श्रमिक नेता कॉमरेड मुक्ता मनोहर और सत्य शोधक समाज के अध्यक्ष के ई हरिदास मुख्य अतिथि होंगे। इस अवसर पर महाराष्ट्र में सत्य शोधक आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले दो वरिष्ठ सत्य शोधक उत्तमराव पाटील और अब्दुल कादर मुकादम को सम्मानित किया जाएगा। ठाणे में विभिन्न राजनीतिक दलों ने सत्यशोधक रैली को सक्रिय समर्थन दिया है। इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना युबीटी , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, किसान श्रमिक पार्टी, लाल निशान पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी [ एकतावादी ], स्वराज इंडिया और आम आदमी पार्टी सक्रिय रूप से भाग ले रही है।